मेरा आँगन

मेरा आँगन

Wednesday, March 4, 2015

आई होली !




आई होली रंग कमाल ,
निकली टोली लिए गुलाल |
पाँव छुए फिर सभी बड़ों के ;
किया साथियों संग धमाल ||


मुँह रँगा है पीला-काला ,
ले पिचकारी रंग जब डाला |
झूठ-मूठ अम्मा गुस्साईं ;
खिल-खिल करती भागी बाला ||

होली की खूब-खूब शुभ कामनाओं के साथ

डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा
04-03-15 
चित्र गूगल से साभार 

5 comments:

डॉ. दिलबागसिंह विर्क said...

आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 5-3-2015 को चर्चा मंच पर हम कहाँ जा रहे हैं { चर्चा - 1908 } पर दिया जाएगा
धन्यवाद

संजय भास्‍कर said...

रंगों से सराबोर सुंदर रचना…रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ :))

प्रतिभा सक्सेना said...

बढ़िया रहा वानर सेना का धमाल!

Sanju said...

सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति..
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

ज्योति-कलश said...

हृदय से आभार आपका !

सादर
ज्योत्स्ना शर्मा