मेरा आँगन

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Tuesday, September 20, 2011

शिक्षक -चोका



[शिक्षार्थी के लिए हर दिन शिक्षक दिवस है । ज्ञान की देवी सरस्वती शिक्षक के माध्यम  से ही हमारे हृदय तक पहुँचती है ।स्कूल या कॉलिज ही नहीं , जीवन में वह शिक्षक हमें किसी भी मोड़ पर, किसी भी रूप में मिल सकता है । आवश्यकता है उसको पहचानने की ।
- ऋता शेखर मधु
तेजस्वी थे वो
विलक्षण थी सोच
प्रखर वक्ता
जीवंत अभिव्यक्ति
थे वो हमारे
द्वितीय राष्ट्रपति
राधाकृष्णन
आदर्श शिक्षक भी
जन्मदिवस
बना सम्मान दिन
हमारे लिए
शिक्षक दिवस भी
मेरे शिक्षक
निस्पृह औ निश्छल
बन जाते जो
पथ के प्रदर्शक
देते रहते
सदा मार्गदर्शन
सीख लेते हैं
आत्मविश्वास हम
कर जाते जो
स्फ़ुरित, चिंतन को
आगे उनके
नतमस्तक हम
शत शत नमन !
-0-

3 comments:

Ravi Ranjan said...

शिक्षक दिवस मनाने का कारण और शिक्षक का महत्व बताता हुआ बहुत सुन्दर चोका...बहुत बहुत बधाई

महेन्द्र श्रीवास्तव said...

बढिया, बहुत सुंदर

सुरेन्द्र "मुल्हिद" said...

bahut khoobsoorat prastuti...

aapka follower ban gaya hoon...aata rahungaa...