शान्तनु काम्बोज |
शान्तनु काम्बोज और तरुणा काम्बोज |
"उपवन के प्यारे पुष्पों को
खिलती खूब बहार मिले ,
सुन्दर सरस मधुर हो जीवन
स्नेहपूर्ण व्यवहार मिले |
नयी मंजिलें ,शिखर नए हों
नित नित हो आगे बढ़ना
पग पग पर पथ सरल हो इतना
कठिनाई को हार मिले”.......
उसके माता-पिता जी ..
व परिवारी जन को
जन्म दिवस पर
हार्दिक शुभ
कामनाओं के साथ ...:))
डॉ ज्योत्स्ना
शर्मा