मेरा आँगन

मेरा आँगन

Wednesday, April 9, 2025

175

 

बाल -लेखनी

(कक्षा-द्वितीय के छात्र,  न्यू स्टेवार्ट स्कूल, कटक, ओड़िशा-सौजन्य: अनिमा दास)

1. फूल/सौर्यांश मिश्रा

 


फूल कितना महकता है

तितलियों को उड़ा लाता है

फूल बड़ा प्यारा है

फूल सबसे न्यारा है।

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2. मुझे आगे बढ़ना है/आराध्या राज 

 


मुझे आगे बढ़ना है

इस दुनिया में कुछ,

कर दिखाना है

जिन सपनों को खोया था

उन सपनों को पाना है

आगे बढ़ते हुए

खुद को आज़ाद करना है।

मुझे आगे बढ़ना है।

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3. फूल/ ईमानुएल बेहेरा

 


फूल ज़मीन से उगता है

धीरे- धीरे बड़ा होता है

ड़ा होकर बनता है पेड़

दुनिया को बनाता सुंदर

और सबकी जान बचाता है।

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4. मुझे आगे बढ़ना है/ श्रेयश हर्षिल

 


मुझे आगे बढ़ना है

देश का नाम रोशन करना है

मम्मी पापा को सदा खुश रखूँ

ऐसा मुझे कुछ कर दिखाना है।

मुझे आगे बढ़ना है।

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5. मुझे आगे बढ़ना है/ सृष्टि महापात्र

 


मुझे आगे बढ़ना है

होकर बड़ा,

मैं चाँद पर जाऊँगी

सारी दुनियाया को दिखाऊँगी

मुझे कुछ कर दिखाना है

अपने देश को आगे बढ़ाना है।

मुझे आगे बढ़ना है...

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6. मुझे आगे बढ़ना है.../ अद्विका राऊत

 


मुझे आगे बढ़ना है...

कुछ कर दिखाना है

ढेर सारा पढ़ना है

शिक्षक मुझे बनना है

किसी को डॉक्टर...

किसीको इंजिनीयर बनाना है

देश का भविष्य गढ़ना है

मुझे आगे बढ़ना है...

कुछ कर दिखाना है...

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7. इंद्रधनुष/ हमसिका कुमारी

 


सतरंगी सात रंगों का है

यह इंद्रधनुष,

लाल, पीला, हरा और नीला है

निखरता है जब बारिश में

और भी खूबसूरत हो जाता है

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8. मुझे कुछ बड़ा करना है/स्वयंराज साहू

 

मुझे कुछ बड़ा करना है

कल को कुछ बनकर दिखाना है

पढ़कर मैं आगे बढ़ जाऊँगा

एक सच्चा इनसान बन पाऊँगा

मुझे आगे बढ़ना है

कुछ कर दिखाना है।

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Thursday, October 24, 2024

174

 

1-अद्विका राउत, कक्षा - द्वितीय 

न्यू स्टेवार्ट स्कूल, कटक, ओड़िशा 

  




मेरे पापा 

 

मेरे पापा सबसे प्यारे 

हमारे घर के राजदुलारे 

           पापा घर में हाथ बँटाते 

            ढेर सारी मिठाई लाते।

 

पापा खुद तो कुछ न खाते 

पर हम सबको ढेर खिलाते 

                 पापा मेरे सबसे महान 

                 मेरे लिए मेरे भगवान।

 

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2-एमानुएल  बेहेरा, कक्षा - द्वितीय ,

न्यू स्टेवार्ट स्कूल कटक, ओड़िशा 

 


1. सबकुछ एक है...

घोड़ा गया जैल के अंदर 

साँप गया पेड़ के अंदर 

पेन्सिल ग बक्स के अंदर 

सब कोई आ गए दुनिया के अंदर।

 

2. मेरे मम्मी और पापा 

मम्मी है प्यारी -प्यारी 

पापा हैं प्यारे - प्यारे 

जब हम सब हुए प्यारे-प्यारे 

दुनिया हो गई प्यारी प्यारी।

 

3. रात बन जाती सुबह 

छोटी-छोटी बातें 

   बड़ी हो जातीं हैं 

लंबी-लंबी रातें 

दिन में बदल जातीं हैं 

आओ मिलकर करें पढ़ाई 

मम्मी -पापा का नाम छुए ऊंचाई। 

 

4. काम करें 

काम करने से आती बरकत 

बरकत से है जिंदगी चलती 

परिश्रम से ही करते रहो 

इससे हमेशा खुशी है मिलती।

 

5.तितली..

सुबह-सुबह आती है तितली 

फूल-फूल पर जाती है तितली 

रंग बिरंगे पंख सजाए 

सबके मन को भाती तितली।

 

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3-आराध्या राज, कक्षा - द्वितीय 

न्यू स्टेवार्ट स्कूल, कटक, ओड़िशा 

 


 

पेड़ 

 

पेड़ से आती ठंडी हवा 

पेड़ है देती स्वच्छ हवा 

उसके पत्ते हरे रंग के 

डाल उसकी भूरे रंग की 

पेड़ से हमें मिलती छाँव 

पेड़ को तुम सब अपनाओ।

पेड़ से हम करते हैं प्यार 

वह हमारे जीवन का आधार।

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Thursday, April 11, 2024

173-क्रिकेट की कला

 विजय जोशीपूर्व ग्रुप महाप्रबंधकभेल

 

क्रिकेट एक विशिष्ट खेल हैजिसमें न केवल एकाग्रता बल्कि खेल कला का अदभुत समायोजन हैयही कारण है अंतिम बाल तक रोमांचकारी इस खेल को देखने के लि लोग महीनों पहले से लालायित रहते हैं और कई बार तो अंतिम चरण तक उनकी साँसें थमी रहती हैंखिलाड़ियों के लि भी चुस्तदुरुस्त होने के साथ ही साथ एकाग्र चित्त से हर बाल को खेल पाना एक अनिवार्य शर्त हैलेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस में प्रबंधन की दृष्टि से भी अनेक संदेश छुपे हुए हैंइए उन पर एक नज़र डालें:-


1सफलता (Success) : खिलाड़ी पूरे मन से खेलते हुए जब शतक की आखरी बाल को खेलता है, तो सारा मैदान अभिनंदन की मुद्रा में झूम उठता हैजीवन में सफलता भी एक शतक की तरह ही हैइसे प्राप्त करने का भरसक और ईमानदार प्रयास कीजिसंदेश मात्र यह कि सफलता एक शतक है – इसे प्राप्त कीजिए। 

 2समस्या (Problem) : समस्याएँ जीवन का एक अनिवार्य अंग हैइनसे आपको कठिन से कठिन परिस्थितियों से जूझकर पार पाने की क्षमता हासिल होती हैये फेंके जाने वाली फिरकी गेंद के समान हैं इनको पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलिसमस्या एक फिरकी या यार्कर है – इसका सामना कीजिए। 

 3असफलता (Failure) :  जीवन में सफलता के साथ ही साथ असफलता की संभावना भी सदैव बनी रहती है और इसके प्रभाव में आकर यदि आपने अपने मनोबल को प्रभावित होने दिया, तो फिर जीवन का प्रयोजन तक समाप्त हो सकता हैअत: इसे जाने दीजिइसकी उपेक्षा कीजियेअसफलता एक बाउंसर है – इसे जाने दीजिए। 

 


4भाग्य (Luck) : भाग्य भी कई बार आदमी का साथ दे जाता हैअत: ऐसे अवसर प्राप्त होने पर उनका पूरा सदुपयोग कीजिए।ऐसे मौकों पर जरा सा भी आलस या गफलत बहुत महँगी पड़ सकती हैबुद्धिमान इंसान हाथ आई किस्मत को कभी नहीं जाने देताइसे फुल टॉस बाल की तरह खेलिए।भाग्य एक फुल टॉस है – इसका पूरा उपयोग कीजि 

 

5- अवसर (Opportunity) : अवसर भी भाग्य का समानार्थी हैइसका सही समय पर सधा हुआ और सामयिक उपयोग आपके लि सफलता के द्वार खोल देता हैहमारी चिंता या चिंतन इसे ठीक से भुना पाने का होना चाहिए।एक फ्री हिट बॉल के समान ही इसे पूरे साहस के साथ खेलिए।अवसर एक फ्री हिट है – इसे कभी मत चूकि  

 यही है क्रिकेट की कला को जीवन रण में साहस और सम्मान के साथ खेल पाने का सहीसामयिक और सार्थक सूत्र

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Thursday, August 31, 2023

172-बाल कविताएँ

 

बाल कविताएँ

लिली मित्रा



 1- मैना

आँखों में सब करती कैद,

मैना रानी   बड़ी   मुस्तैद।

 

नपे पगों   से चलती डेढ़,

जैसे   फौजी  करे परेड।

 

एक अकेली फिरे दुखी,

दो दिखे तो मिले खुशी।

 

मीठे सुर में  गाती  गान,

पीला अंजन आँख में तान।

 

दल में रहती हैं ये साथ

भूरा, काला इनका गात।

 

कभी घास, कभी बैठी तार,

भिन्न रंग और कई प्रकार।

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2- मियाँ मिट्ठू

 

 

अपने मुँह बनते

मियाँ मिट्ठू

लेकर तारीफों

के पिट्ठू।

 

मुस्कान बहुत ही

मुख पर आए,

जब होते अपनी

बातों पे लट्टू।

 

अपने मुँह बनते

मियाँ मिट्ठू,

लेकर तारीफों

के पिट्ठू।

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3- अड़ियल टट्टू

 

भोंदू भाई  अड़ियल टट्टू,

अपनी ज़िद के बने हैं रट्टू।

 

रत्ती भर ना   हड़ियाँ ठेलें ,

दिनभर सोए , बड़े निखट्टू।

 

अड़ जाएँ जब बात पे अपनी,

टस्स से मस्स ना होते गट्टू ।

 

भोंदू भाई अड़ियल टट्टू,

अपनी ज़िद के बने हैं रट्टू।

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4- गिट्टी फोड़

  

 

गिट्टी ऊपर गिट्टी की होड़,

मिलकर खेलें गिट्टी फोड़।

 

            लगा निशाना तान के गेंद,

            छितरे गिट्टी होड़ को तोड़।

 

लपके सारे गेंद की ओर,

बंटी,हरिया,मधू,किशोर।

 

              धर पाया ना भूरा होड़,

              तड़ी गेंद की पाया जोर।

 

गिट्टी ऊपर गिट्टी की होड़,

मिलकर खेले गिट्टी फोड़।

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