अरे वाह ! गुडिया रानी तो बहुत प्यारी लग रहीं हैं... अब इतना अच्छा दाल-भात कौन छोड़ेगा, हमारा भी हिस्सा रखियेगा.
प्यारी सी गुडिया का प्यारा सा खाना तो कौन न होगा इसका दीवाना पापा जी, मम्मी जी, दादा जी दादी जी सबके संग मेरी भी थाली लगाना गरमागरम दाल-भात सबको खिलाना
अरे वाह ! गुडिया रानी तो बहुत प्यारी लग रहीं हैं... अब इतना अच्छा दाल-भात कौन छोड़ेगा, हमारा भी हिस्सा रखियेगा.
प्यारी सी गुडिया का प्यारा सा खाना तो कौन न होगा इसका दीवाना पापा जी, मम्मी जी, दादा जी दादी जी सबके संग मेरी भी थाली लगाना गरमागरम दाल-भात सबको खिलाना
इस नन्हीं सी ‘मास्टर शेफ़’ को देख कर, साथ में एक प्यारी सी कविता पढ़ कर मन खुश हो गया...।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना। धन्यवाद।
ReplyDeletekya baat hai vo dal bhat to me bhi khaungi.
ReplyDeletesunder chitr ke sath pyari kavita
rachana
प्यारी सी गुडिया बहुत सुंदर है और साथ सुंदर रचना
ReplyDeleteधन्यवाद.
सादर
अमिता
आने वाले कल की है ये कहानी
ReplyDeleteअरे वाह ! गुडिया रानी तो बहुत प्यारी लग रहीं हैं... अब इतना अच्छा दाल-भात कौन छोड़ेगा, हमारा भी हिस्सा रखियेगा.
ReplyDeleteप्यारी सी गुडिया का प्यारा सा खाना
तो कौन न होगा इसका दीवाना
पापा जी, मम्मी जी, दादा जी दादी जी
सबके संग मेरी भी थाली लगाना
गरमागरम दाल-भात सबको खिलाना
गुडिया रानी को ढेरों-ढेर आशीष सहित
सादर
मंजु
अरे वाह ! गुडिया रानी तो बहुत प्यारी लग रहीं हैं... अब इतना अच्छा दाल-भात कौन छोड़ेगा, हमारा भी हिस्सा रखियेगा.
ReplyDeleteप्यारी सी गुडिया का प्यारा सा खाना
तो कौन न होगा इसका दीवाना
पापा जी, मम्मी जी, दादा जी दादी जी
सबके संग मेरी भी थाली लगाना
गरमागरम दाल-भात सबको खिलाना
गुडिया रानी को ढेरों-ढेर आशीष सहित
सादर
मंजु
वाह ! इस मासूम गुडिया के हाथ का खाना तो अमृत ही होगा |
ReplyDeletevaah nanhi chef
ReplyDeletebahut pyari rachna, gudiya rani ka sach bhi hai ki dheere dheere sara kaam karne lagti hai.
ReplyDeleteਮਨ ਖੁਸ਼ ਹੋ ਗਿਆ.........ਪਿਆਰੀ ਗੁੜੀਆ ਨੂੰ ਦੇਖ ਕੇ........ਬੁੱਲਾਂ ਦੇ ਹਾਸੇ ਨਾਲ਼ ਦਿਲ ਵੀ ਹੱਸ ਪਿਆ !
ReplyDeleteਹਰਦੀਪ
बहुत बढ़िया बाल रचना भावपूर्ण सरस .
ReplyDeleteअरे नही...इस नन्ही को कुछ पकाने की क्या जरूरत यह तो यूँ ही मन मोह लेगी...
ReplyDeleteअरे ! नन्हीं शेफ तो बहुत प्यारी लग रही है, रचना ने चार चाँद लगा दिए हैं...
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