पूर्णिमा जी आपको यू ट्यूब पर विभिन्न नये और पुराने कवियों की कविताओं का अपने मधुर कंठ से सस्वर पाठन करने हेतु बहुत-बहुत बधाई, काम्बोज भाई जी की किताबों का महत्व बताती कविता अच्छी लगी,आपसे जुड़ी निजी चित्रमय अभिव्यक्ति भी सुंदर है |
आदरणीय हिमांशु भाईसाहब जी की प्रेरणा से भरपूर बाल रचना हो या सुप्रसिद्ध साहित्यकारों की बाल साहित्य में सहयोव नि:संदेह प्रशंसनीय हैं कितु यह भी सत्य है कि लिखित रचना से अधिक मौखिक रचना दिलों में अपनी छाप छोड़ती है यह तो हम सभी अच्छी तरह जानते हैं । डॉ पूर्णिमा जी ने रोचक शैली में सभी रचनाएँ प्रस्तुत किये हैं । आपको बधाई ।
ReplyDeleteपूर्णिमा जी आपको यू ट्यूब पर विभिन्न नये और पुराने कवियों की कविताओं का अपने मधुर कंठ से सस्वर पाठन करने हेतु बहुत-बहुत बधाई, काम्बोज भाई जी की किताबों का महत्व बताती कविता अच्छी लगी,आपसे जुड़ी निजी चित्रमय अभिव्यक्ति भी सुंदर है |
पुष्पा मेहरा
आदरणीय हिमांशु भाईसाहब जी की प्रेरणा से भरपूर बाल रचना हो या सुप्रसिद्ध साहित्यकारों की बाल साहित्य में सहयोव नि:संदेह प्रशंसनीय हैं कितु यह भी सत्य है कि लिखित रचना से अधिक मौखिक रचना दिलों में अपनी छाप छोड़ती है यह तो हम सभी अच्छी तरह जानते हैं । डॉ पूर्णिमा जी ने रोचक शैली में सभी रचनाएँ प्रस्तुत किये हैं । आपको बधाई ।
ReplyDeleteMeri vaani kahe kahani...
ReplyDeleteRespected Sir,
I am very thankful to you,...
Regards...Dr.Purnima Rai..
बहुत सरहानीय कार्य ...शानदार प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत रचनाएँ। पूर्णिमा राय जी के मधुर स्वर और मोहक अंदाज़ में रचनाओं की बहुत उम्दा प्रस्तुति। सभी रचनाकारों एवं पूर्णिमा जी को हार्दिक बधाई।
ReplyDeleteसुन्दर कविताओं की बहुत ही सुन्दर ,सरस प्रस्तुति ..
ReplyDeleteरचनाकारों और पूर्णिमा जी को हार्दिक बधाई !
बहुत शुभ कामनाओं के साथ
ज्योत्स्ना शर्मा
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...ढेरों बधाई....|
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