किसी भी शब्द में दो स्वर एक साथ नहीं जुड़ते । हिन्दी के प्रकाशक भी इन गलतियों के लिए जिम्मेदार हैं ।
वर्ण विन्यास समझ लें तो दिक्कत नहीं होगी ।
1-प्+र्+अ=प्र
2-द्+ध्+अ= द्ध
3-श् + र्+अ= श्र
4-श्+ॠ = शृ
5-श् +र्+अ+ॠ = श्रृ= हिन्दी में इसका अस्तित्व केवल गलत प्रयोगों में है ।कारण,दो स्वर एक साथ नहीं आ सकते।
6-ध्द=X कुछ लोग युध्द इस तरह लिखते हैं , जो गलत है ।
सही रूप है -युद्ध
8-कोई महाप्राण इस रूप में अल्पप्राण से पहले नहीं आता ।
र् का प्रयोग -क+र्+म= कर्म अगले वर्ण पर होता है । कुछ लोग आशीर्वाद को भूलवश आर्शीवाद लिखते हैं ।
श के पहले भाग को अलग घुण्डी की तरह भी बनाया जाता है जो पुराने समय से आज तक शब्दकोशों में शामिल है ।
इसे शब्द चित्र में समझाया गया है ।
वाह .... बहुत अच्छा लगा भाषा का शुद्ध रूप जान समझ सकें ...अच्छा प्रयास
ReplyDeleteइतनी महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए शुक्रिया ...
ReplyDeleteभैया आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है छोटे बड़ों सभी के लिए महत्वपूर्ण
ReplyDeleteआभार
रचना
उपयोगी जानकारी|
ReplyDeleteबढिया जानकारी।आभार।
ReplyDeleteboht hee vadiyaa
ReplyDeleteऐसी छोटी छोटी गलतियां अक्सर देखने में आती हैं. और कई बार पाठ्य पुस्तक में भी ऐसी गलती दिखी है तब खुद के जाने हुए पर संदेह हो जाता है. जब किसी पुस्तक में अशुद्ध शब्द को पढ़ती हूँ तो लगता है कि जिसे मैं सही मान रही थी वो गलत है क्योंकि पुस्तक का विद्वान लेखक गलत नहीं हो सकता. वैसे इस बारे में आपसे बातें कर शुद्ध शब्द के बारे में जाना है. हिंदी भाषा प्रयोग पर आप जानकारी देते रहें ताकि हम भी अपनी त्रुटियों को समझ सकें. जानकारी देने के लिए धन्यवाद.
ReplyDeleteयह तो अशुद्धियों की गहन जानकारी दी है आपने, आभार...बहुत काम की हैं...।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी दी है आपने.धन्यवाद .अक्सर इस प्रकार की त्रुटियाँ देखने को मिलती हैं .आशीर्वाद को आर्शीर्वाद ,कृपया को कृप्या आदि .
ReplyDeleteहिमांशु जी इतनी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बहुत धन्यवाद।
ReplyDeleteआभार
कृष्णा वर्मा
Bahut achchhi jaankari mili aabhaar...
ReplyDeletebahut badiya upyogi jaankari..aabar..
ReplyDeleteachchhi baaten samjhayee..:)
ReplyDeleteबहुत कुछ सीखने को मिला है |
ReplyDeleteआज तक शब्दकोशों और पुस्तकों ने दिग्भ्रमित ही रखा। हार्दिक आभार इस जानकारी के लिए।
ReplyDeleteसादर आभर आदरणीय बहुत सुंदर जानकारी
ReplyDeleteइतनी अच्छी जानकारी के लिए सादर धन्यवाद भौया जी
ReplyDeleteसाधुवाद, आप महत्त्वपूर्ण जानकारी देकर ज्ञानवर्धन कर रहे हैं।
ReplyDeleteबहुत ज्ञानवर्धक , हृदय से आभार आपका 🙏
ReplyDeleteहम कितनी बार सही और गलत के अंतर को बिना जाने गलत ही लिख देते हैं | मैंने आज तक श्रृंगार ही लिखा जबकि यह गलत है | आभार आपका सही वर्तनी बताने के लिए |
ReplyDeleteशशि पाधा